dhankesari
धनकसर वरत क परतकधनकसर नम सनत ह दमग म एक सहस यदध क तसवर उभरत ह यह नम शकत, बहदर, और वरत क परतक ह धनकसर एक ऐस शखसयत थ ज अपन दश क लए लड़न स न डरत थ उसक नम इतहस क पनन म सद अमर रहग धनकसर शबद म धन और कसर द शबद जड़ हए ह धन शकत और समदध क परतक ह, जबक कसर सह क रग ह ज बहदर, सहस और शकत क दरशत ह इस परकर, धनकसर नम एक ऐस वयकत क परतक ह ज न कवल शकतशल ह, बलक अपन दश क लए बहदर स लड़न म भ सकषम हयह नम भरत क इतहस म कई महन यदधओ क दय गय ह उदहरण क लए, रजसथन क एक रज ज अपन बहदर और शकत क लए जन जत थ, क धनकसर कह जत थ धनकसर नम हम यद दलत ह क सचच शकत क लए बहदर और सहस क जररत हत ह यह नम हम पररत करत ह क हम हमश अपन दश क लए बहदर बन और कस भ चनत क समन करन म पछ न हट