dhankesari
धकसर क जनम: एक धरमक और ससकतक समदध धकसर, एक शबद ज धरम, ससकत और समदध क सकत दत ह यह नम भरत क उततर रजय, उततर परदश म सथत एक ऐतहसक और धरमक महतव क शहर क परतनधतव करत ह धकसर क इतहस परचन कल स जड ह इस शहर क हद धरम म एक पवतर सथल मन जत ह, जसक मल म भगवन शव क एक परसदध मदर क नरमण ह यह मदर, ज सदय स खड ह, धकसर क लग क लए आसथ क कदर ह यह भगवन शव क भकत दरदर स आत ह और अपन जवन क समदध और कलयण क कमन करत ह धकसर कवल एक धरमक सथल नह ह, बलक यह कल, ससकत और सहतय क कदर भ रह ह यह वभनन परकर क कल रप क वकस हआ ह, जस क सगत, नतय, और नटक धकसर क लग क जवन ससकत स परपरण ह, और उनक परपरगत रतरवज और उतसव क पर दनय म जन जत ह धकसर क नम आज भ धरमक और ससकतक समदध क परतक ह यह शहर न कवल अपन धरमक महतव क लए जन जत ह, बलक इसक ससकतक वरसत और लग क परम और भईचर क लए भ परसदध ह धकसर क भवषय उजजवल ह, और यह शहर आन वल वरष म भ धरम, ससकत और समदध क कदर बन रहग